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लेखनी महानायक - महापुरुष प्रतियोगिता -08-Oct-2022 ( 2) Dr. A PJ अब्दुल कलाम ( मिसाइल मैन ऑफ़ इंडिया



शीर्षक = Dr. A P J abdul kalam


 Dr. A P J abdul kalam  साहब जिनका नाम इतिहास के पन्नों पर सुनहरे हरफो से दर्ज है, क्यूंकि इनके द्वारा किए गए कामों को जितना भी सराहा जाए उतना कम है, कलाम साहब सिर्फ और सिर्फ हिंदुस्तान का गौरव नही है अपितु विदेशो में भी इनके काम को सराहा जाता है, और लोग उन्हें अब भी अपने दिलों दिमाग़ में ज़िंदा रखे हुए है।

भारत के इन महान हसती का जन्म 15 अक्टूबर 1931 को तमिलनाडु के रामेश्वरम में एक मुस्लिम परिवार में हुआ था। इनका पूरा नाम अवुल पाकिर जैनुलआब्दीन अब्दुल कलाम था।

कलाम साहब ने फिजिक्स और ऐरोसाइंस इंजीनियरिंग की पढ़ाई की थी जिसके बाद उन्होंने अपनी जिंदगी के 40 साल एक वैज्ञानिक और साइंस एडमिनिस्ट्रेटर के पद पर कार्यरत रहते हुए D R D O और ISRO जैसी स्पेस आर्गेनाईजेशन में अपना योगदान दिया उसके उपरांत कलाम साहब ने अपना योगदान india's civillian space program और millitry missile development effort में दिया


Development of ballistic missile और launch vehicle technology पर काम करने के उपरांत उन्हें missile man of hindustan के नाम से जाना जाता है .

 1998 में किए गए परमाणु परिक्षण पोखरण -// में भी कलाम साहब ने अहम भूमिका निभाई ।

कलाम साहब का जीवन  बिलकुल सादा था । वो अपना सारा जीवन अपने देश कि सेवा में लगाना चाहते थे  और जो कि उन्होंने लगाया भी ।एक वैज्ञानिक होने के साथ साथ वो भारत के 11 वे प्रेसिडेंट भी बने और 25 जुलाई 2002 से लेकर 25 जुलाई 2007 तक कार्यभार संभाला


कलाम साहब द्वारा लिखी गई  कुछ किताबें इस प्रकार थी  जिनमे नंबर एक पर  "wings of fire " उसके बाद "ignited mind " और उसी के साथ साथ अन्य कई किताबें भी उन्होंने लिखी  ताकि आने वाली नयी पीड़ी उन किताबों से शिक्षा ग्रहण कर अपने आप को देश के प्रति समर्पण करने से पीछे न हटे , और अपने अंदर कि छिपी काबलियत को बाहर ला सके चाहे जीवन में कितनी ही परेशानियां उसके इर्द गिर्द फिरती रहे  क्यूंकि जीवन में परेशानियां और दुख उसी के हिस्से में आते है  जो कुछ करने का और इतिहास बदलने का हौसला रखते है ,


कलाम साहब के जीवन में घटी एक घटना  जो मुझे बहुत ही ज्यादा हौसला देती है  और इस बात पर अटूट विश्वास करने पर मुझे विवश करती है  कि ईश्वर जो करता है  अच्छा करता है , वो अपने बन्दे के बारे में बहुत कुछ अच्छा सोचकर रखता है  और सही समय आने पर वो उसे वो सब कुछ दे देता है  जिसका वो हक़दार होता है 


ये बात है  उन दिनों कि जब कलाम साहब को इंडियन एयर फाॅर्स में जाना था , किन्तु किन्ही कारणों वश वो इंडियन एयर फोर्स का हिस्सा न बन सके , उनके साथ के सब लोगो का चयन हो गया किन्तु वो न जा सके ।


लेकिन कुछ सालों कि कड़ी मेहनत और अपने काम में निपुड़ होने के बाद जो काम उन्होंने अपने देश के लिए किया वो सराहनीय है , आज हम सब उन्हें मिसाइल मैन ऑफ़ india के नाम से जानते है  और आने वाली पीड़िया भी जानती रहेंगी ।


अगर उस दिन कलाम साहब का चयन  एयर फोर्स में हो जाता तो शायद  हमें ऐसा वैज्ञानिक नही मिल पाता जिन्होंने हिंदुस्तान का नाम रोशन विदेशो में भी किया।


कलाम साहब का निधन  27 जुलाई 2015 में,83 साल कि उम्र में मेघालय के शिलोंग प्रान्त में हुआ, उनके पार्थिव शरीर को उनके जन्म स्थान रामेश्वरम (तमिलनाडु) में सुपुर्द - ए - खाक किया गया । कहने को तो वो इस दुनिया से जा चुके है  लेकिन उनके सिद्धांत, उनकी लिखी किताबें, उनके विचार  उनके द्वारा किए गए योगदान आज भी हम सब के दिलों में ज़िंदा है  और हमेशा ही ज़िंदा रहेंगे ।




समस्त जानकारी गूगल के माध्यम से एकत्रित कर उसे शब्दों के जाल में पिरोने का प्रयास किया गया है , कही कुछ गलत लिख गया हो तो माफ़ी चाहता हूँ।


महापुरुष / महानायक प्रतियोगिता 




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6 Comments

NICE CREATION

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Supriya Pathak

11-Oct-2022 06:41 PM

Bahut khoob 🙏🌺

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Sachin dev

11-Oct-2022 03:45 PM

Nice 👍👍

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